पुलिसकर्मियों ने युवक को बेरहमी से पीटा, ASI समेत पांच सस्पेंड
राजगढ़ जिले के बोडा में पुलिसकर्मियों ने एक युवक कोबेरहमी से पीटा जिससे उसके शरीर में कई जगह गहरे जख्म बन गए और कान का पर्दा फट गया। पीड़ित ने पुलिस पर 50 हजार रुपये रिश्वत लेकर छोड़ने का आरोप लगाया है। मामला सामने आने के बाद एसपी ने एएसआई समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। युवक ने अपने साथ हुई बर्बरता की शिकायत गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से की है।
बोड़ा थाना क्षेत्र के कड़िया गांव निवासी शुभम सिसोदिया सांसी का कहना है कि वह 29 मई को भेसवा माता गांव में एक मन्नत के कार्यक्रम में शामिल होने गया था। यहां पुलिस ने उसे एक मामले में आरोपी बताते हुए गाड़ी में बैठा लिया और लीमा चौहान थाने ले गई। थाने में उसे करीब एक घंटे तक जमकर पीटा गया। पिटाई के बाद युवक को बोडा थाने लाया गया, इस दौरान भी युवक को रास्तेभर पीटा गया। बोडा थाने के पीछे भी ले जाकर युवक से मारपीट की गई। फिर युवक को नरसिंहगढ़ ले जाया गया और यहां उसके साथ रातभर मार पीट की गई।
मारपीट के कारण युवक के कान में तेज दर्द उठा, जिसके बाद वह 1 जून को शुजालपुर पहुंचा और डॉक्टर को कान दिखाया। जिसके बाद डॉक्टर ने युवक को बताया कि उसके कान का पर्दा फट गया है। डॉक्टर ने युवक को पुलिस केस की बात कह कर मेडिकल कराने कहा। जब युवक रात करीब 8 बजे पचोर सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाने पहुंचा तो, वहां से उसे शाजापुर के लिए रैफर कर दिया गया। अगले दिन शाजापुर अस्पताल पहुंचकर जांच करवाई, पीड़ित 6 जून को तारीख को राजगढ़ पहुंचा और एसपी प्रदीप शर्मा से मारपीट की शिकायत की। युवक की शिकायत पर 5 पुलिस कर्मियों को एसपी ने तो निलंबित कर दिया, लेकिन 50 हजार रुपये की रिश्वत लेने वाले थाना प्रभारी राम नरेश राठौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद युवक ने 7 जून को भोपाल डीआईजी, मानव अधिकार, मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया। साथ ही गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी मामले से अवगत कराया।
घटना पर सफाई देते हुए थाना प्रभारी बोडा ने कहा कि युवक से मारपीट करने वाले पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। टीआई ने 50 हजार रुपये रिश्वत लेकर छोड़ने की बात को सिर्फ युवक का आरोप बताया और जांच की बात कही। एसपी ने बोडा थाने के ASI समेत 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया है, जिसमें ASI भंवरसिंह परमार, आरक्षक श्याम, आरक्षक प्रवीण, आरक्षक वीरेंद्र रावत और आरक्षक गौरव रघुवंशी शामिल हैं।